विश्व आदिवासी दिवस पर विशेष खबर
धार जिले की बेटी से राजभवन तक, आदिवासी महिला आइएएस जमुना
धार सैयद रिजवान अली
धार.जिला आदिवासी समाज में शिक्षा और महिलाओं के सशक्तिकरण की मिसाल हैं श्रीमती जमुना चौहान (भिड़े), जो धार जिले की पहली महिला आइएएस बनीं। मूल रूप से डही ब्लॉक के छोटे गांव ग्राम भगावां की जमुना जी वर्तमान में मध्यप्रदेश राजभवन के ट्रायबल सेल में पदस्थ हैं। वे बताती हैं कि एक समय आदिवासी समाज में पढ़ाई-लिखाई को महत्व नहीं दिया जाता था, लेकिन वह भाग्यशाली रहीं कि उनके पिता स्कूल टीचर थे, जिन्होंने भाई बहनों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया। गांव की सीमित सुविधाओं और महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों के बावजूद वे वर्ष 1999 में डिप्टी कलेक्टर बनीं। नीमच, झाबुआ व रतलाम में जिला पंचायत सीईओ की जिम्मेदारी संभाली और नीमच में प्रभारी कलेक्टर भी रहीं।
