भोपाल। राजधानी भोपाल में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने के बाद इतिहास में पहली बार किसी एसीपी को दंड स्वरूप उसके न्यायालयीन अधिकार छीने जाने का मामला प्रकाश में आया है।
गौरतलब हो कि भोपाल कोतवाली एसीपी की पदस्थापना के बाद से उनकी छबि पर दाग लगते रहे हैं। उनके खिलाफ दर्जनों गंभीर शिकायतें भी प्रकाश में आई थी। पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद शक्ति शाली हुई पुलिस के तानाशाह होने की सभी घटनाएं कोतवाली सहायक पुलिस आयुक्त द्वारा घटित की गई हैं। हाल में भोपाल में प्रधानमंत्री एवं केंद्रीय गृह मंत्री सहित अन्य विशिष्ट अतिथि भोपाल में आए जिनकी ड्यूटी में भी उनके द्वारा कोताही बरतने की जानकारी प्राप्त हुई है।
प्राप्त जानकारी अनुसार गत दिनों पुलिस उपायुक्त जोन तीन रियाज इकबाल की नाराज़गी की शिकार कोतवाली एसीपी से समस्त न्यायालयीन शक्ति सहित अन्य शासकीय अधिकार छीन लिए गए
हैं। उनके संभाग में आने वाले थाने कोतवाली को शाहजहानाबाद एसीपी की कोर्ट में ओर थाना तलैया को हनुमानगंज एसीपी कोर्ट में अटैच कर दिया गया है। कोतवाली एसीपी को लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है। भोपाल पुलिस आयुक्त प्रणाली के लागू होने के बाद से लगातार ऐसी शिकायतें सामने आ रही हैं। पुलिस को मिली न्यायालयीन शक्ति के दुरुपयोग की सैकड़ों घटनाएं उजागर होने के बावजूद पुलिस महानिदेशक द्वारा कोई तवज्जो नहीं देने का परिणाम है कि भोपाल में पुलिस आयुक्त प्रणाली का जमकर मिसयूज किया जा रहा है।